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मल में चिकनापन आना - mal me chiknapan ana

मल में चिकनापन आना -

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आइये जानते है की मल में चिकनापन क्यों आता है मल में चिकनापन भी एक समस्या है जो अधिकतर लोगों को होती है मल में चिकनापन आने की समस्या भोजन का पूरा न पचने और पाचनतंत्र ठीक से काम न करना या फिर सही तरीके से भोजन का न पचने से होता है !

इस समस्या में लोगों को खाना खाने के तुरंत बाद ही टॉयलेट जाना पड़ता है जिनको यह समस्या होती है वह लोग दिन में कई बार टॉयलेट जाते हैं आमतौर पर दिन में कई बार टॉयलेट जाना पड़ता है और मल में चिकनापन आता है ! 

हर बार मल में चिकनापन पदार्थ आने की शिकायत होती है मल में चिकनापन आने से उन्हें फ्रेश होने या टॉयलेट करने के बाद भी ऐसा लगता है कि मल अंदर ही रह गया है 

और पेट में भारीपन लगता है अगर ऐसा कभी कबार होता है तो यह कोई परेशानी नहीं है लेकिन अगर ऐसा रोज होता है या फिर यह दिन में कई बार की समस्या है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए ! (खाली पेट क्या नहीं खाना चाहिए )
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भोजन करने के तुरंत बाद प्रेशर आना या टॉयलेट जाना इस बात का संकेत है की आपके पेट में पाचनतंत्र और लीबर मे गड़बड़ है और भोजन इसी कारण से पच नहीं पा रहा है ! 

अधिकतर लोग इस समस्या को नजरअंदाज करते हैं इसे एक आम समस्या समझ कर ! पर यह एक बड़ी समस्या है जिसका समाधान जरुरी होता है !

मल में चिकनापन, भोजन के तुरंत बाद टॉयलेट जाना यह इसलिए होता है क्युकी लोग भोजन के खेल को ना समझ कर बे अपने मन के अनुसार ही चलते रहते हैं 

जो खाना उन्हें पसंद है वह खाते है चाहे वह कुछ भी नुकसान करे या ऐसा भोजन खाना जिससे कोई समस्या हो !

एलोपैथिक डॉक्टरों ने पेट में होने वाली इस बड़ी समस्या को आईबीएस का नाम दिया हैं आईबीएस का मतलब होता है  इरिटेबल बाउलसिंड्रो यह नाम इसलिए दिया गया है 

क्योंकि इसमें बड़ी आंत प्रभावित होकर खाने को पचने से पूर्व ही आगे बडा़ देती है जिससे यह समस्या होती है !

यदि आप इस समस्या का समाधान चाहते है तो आपको यह आपको पता होना चाहीऐ की हमारा खाया खाना अमाशय मे जाता है वही पर इसका विभाजन होता है 

जिसके बाद पूरा भोजन रस की तरह पतला होने के बाद छोटी आंत मे जाता है छोटी आंत में तीन द्वार होते है जहां पर भोजन का पूर्ण पाचन होता है 

और भोजन के पोषक तत्वों का अवशोषण होता है जब छोटी आंत पचे हुए भोजन का अवशोषण के बाद वह भाग जिनका पाचन नहीं हो पाता है वह बड़ी आत में चला जाता है 

जहां पर बडी आंत उसमें से पानी अवशोषित कर लेती है जहां पर पानी के अवशोषण के बाद भोजन अरधठोस  हो जाता है और बड़ी आंत में जाकर मलाशय में इकट्ठा हो जाता है जिसे आयुर्वेद में संग्रहणी रोग कहा जाता है। 


संग्रहणी रोग में हमारे द्वारा होने वाली खानपान की गड़बड़ और अनियमितता के कारण भोजन को पचाने वाली अग्नि बिगड़ जाती है अग्नि से तात्पर्य भोजन को पचाने वाले पाचक रस और एंजाइम से है 

जो की इस समस्या में ठीक से नहीं बनते और भोजन छोटी आत में पड़ा पड़ा सड़ जाता है या विकृत हो जाता है जिसके कारण आओ का निर्माण ज्यादा होता है 

और यह वही मल के साथ चिकने पदार्थ के रूप में निकल जाता है और यह आईबीएस के रोग में आम बात है यदि ऐसा चलता रहा तो आओ या जिसे हम कच्चा रस कहते हैं 

शरीर के हर हिस्से में जाकर जमने लगता है जो यूरिक एसिड के लाता है जिसके कारण शरीर में गठिया जैसे रोग उत्पन्न होने लगते हैं 

एक बार पुनः ध्यान दें की मल में जो चिकनापन आता है वह मनचाहे भजन और भोजन की अनियमितता के कारण भोजन का सही पाचन नहीं हो पता है इसी कारण से मल में चिकनापन आता है !

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2 Comments

  1. Mal karne ke bad chikanapan aata hai

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  2. इस समस्या का क्या इलाज है

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