देर रात तक जागने से क्या नुकसान होता है der rat tak jagne se kya hota hai ?
यदि कभी कभी देर रात तक जागना पड़े तो ठीक है पर यदि आप रोज देर रात जागते है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए !
आपको यह तो पता ही होगा की हमारे शरीर में रक्त लीवर से होकर गुजरता है और हमारा लीवर रक्त को साफ भी करता है !
हमें हमारे शरीर के अंगों के कार्य के बारे पता होना चाहिए की किस अंग का क्या कार्य है और हम उन अंगों को कैसे स्वस्थ्य और हेल्दी रख सकते है !
क्युकी जब हमारे अंग स्वस्थ्य रहेंगे तो वह अच्छी तरह से कार्य करेंगे और हमें बिमारियों और रोगों से दूर रखेंगे !
लीवर यह हमारे द्वारा खाये भोजन में से पोषक तत्वा जरुरत के हिसाब से अलग अलग अंगों में भेज देता है !
अब बात करते है देर रात तक क्यों नहीं चाहिए और देर रात तक जागने से क्या नुकशान होता है !
रात में सोने के बाद भी हमारे शरीर में ऐसी कई प्रक्रिया है अपना कार्य करती रहती है जो हमें पता होना चाहिए जिससे हम उनके कार्य में कोई रुकाबट न डालें !
रात में सोने के बाद हमारा शरीर बिषहरण प्रक्रिया से गुजरता है ! अब इसे आसान भाषा में समझते है ! दिन भर में खाये भोजन में जो बिषेले पदार्थ हमारे शरीर में पैदा होते है उन्हें अलग और निष्क्रिय एवं उन्हें ख़तम करने का कार्य लीवर द्वारा किया जाता है !
जान कर हैरानी होगी यह कार्य हमारे सोने बाद ही होता है रात्रि के समय !
अपने अक्सर देखा होगा की जिस रात हम अधिक समय तक जागते है उस दिन हमें दिनभर आलस अधिक नींद का सामना करना पड़ता है और दिन में अधिक सोने के बाद भी नींद पूरी नहीं हो पाती है !
हमारे पास हमारे शरीर से बिषेले पदार्थो को निकलने के लिए रात्रि का समय होता है और उसमे यदि हम देर रात जागते रहते है तो यह प्रक्रिया हमारे शरीर में नहीं हो पाती है !
जिससे हमारे शरीर में बिषक्त पदार्थ इकठे होने लगते है और इनकी अधिकता से शरीर में रोग उत्पन्न होने लगते है विषक्त पदार्थो की मात्रा अधिक हो जाने से लीवर उन्हें नष्ट नहीं कर पता है और वह लिवर एकत्रित हो जाते है जिससे लिवर में कई तरह के रोग उत्पन्न हो जाते है !
शरीर में विषक्त पदार्थ एकत्रित भी धीरे धीरे होते है और रोग भी यह धीरे ही पैदा करते है !
विषक्त पदार्थो को नष्ट करने के लिए लीवर का स्वस्थ्य होना बहुत जरुरी होता है यदि आप भी अपने लीवर को स्वस्थ्य रखना चाहते है तो रात को समय से सोना बेहद आवश्यक है !
शरीर से लिवर के द्वारा विष हरण की क्रिया रात को 11 से 03 बजे तक होती है क्युकी शरीर में हर समय प्रक्रिया होती ही रहती है और आश्चर्य की बात है की हर अंग का कार्य और समय बना हुआ है और सारी प्रक्रिया समय पर ही होती है
यदि आप और हम उनमे कोई रुकाबट करते है तो उसका नकसान हमें पता होना चाहिए !
शरीर में विष हरण की प्रक्रिया अच्छी तरह से संपन्न करने के लिए रोज ही 11 बजे तक सो जाना चाहिए ! क्युकी जब हम समय पर सो जाते है तो शरीर के पास 04 घंटे का समय होता है इस क्रिया को करने के लिए जो लिवर और शरीर के लिए काफी होता है !
और बही यदि हम 12 बजे सोते है तो शरीर के पास 03 घंटे होते है इस प्रक्रिया के लिए ! और यदि हम 03 बजे के बाद सोते है तो इस प्रक्रिया का समय निकल जाता है !
और शरीर से विष हरण की प्रक्रिया नहीं हो पाती है !
शास्त्रों और डॉक्टरों के अनुसार रात को 09 बजे से पहले सो जाना चाहिए पर जबसे मोबाइल टीवी जैसे उपकरण जन्म हुआ तबसे इनके उपयोग में हम इतने व्यस्त हो चुके है की इन उपकरणों के साथ हम रात भर जागना पसंद करते है !
आज के समय में लगभग सभी लोग रात को 12 बजे से पहले सोते ही नहीं है ! और साथ ही अधिकतर लोग तो शाम का भोजन रात को 10 से 11 बजे तक खाते है !
ऐसा हर दिन करना हमारे शरीर के लिए बेहद नुकसान दायक है और यह हमें पता होना चाहिए !
आयुर्वेद और शास्त्रों के अनुसार यदि कहे तो सूरज अस्त होने से पहले यदि हम भोजन करते है वह अच्छा माना जाता है पर बही जब हम देर रात में भोजन ग्रहण करते है तो वह हमारे पेट पड़ा रहता है और पचने की जगह सड़ता है
पर आज दौर में यह बातें सिर्फ कहने में अच्छी लगती है जैसे इनका वास्तविकता से कोई सम्बन्ध ही नहीं है ! पर इन्ही बातों को न मानने से कई प्रकार की परेशानियां होती है ! जिन पर ध्यान न देकर हम अपने मन के हिसाब से चलते रहते है !
शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए समय का बहुत ध्यान रखना चाहिए ! जैसे प्रकृति का अपना समय होता है समय पर सूरज उगता है और समय पर अस्त हो जाता है ! ठीक वैसे ही मानव जीवन में भी समय का उतना ही महत्वा होना चाइये !
शायद आपको जानकर हैरानी होगी पर दुनिया के सभी सफल लोग जिन्होंने सफलता प्राप्त की है ! वह सब अपने सभी काम समय पर करने से ही हो पाया है !
और जो लोग देर से सोते है और देर उठते है समाज और सामाजिक गतिविधियों में भी अपना ताल मेल नहीं बैठा पते है क्युकी जहा समाज समय पर उठकर अपने दैनिक कार्यों में जुट जाता है बही देर से उठने बाला व्यक्ति समाज से पीछे रह जाता है और अपने सरे कार्य वह देर से ही करता है !
वैज्ञानिकों के अनुसार जल्दी उठने वाले व्यक्ति का शरीर देर से उठने वाले व्यक्ति के मुकाबले ज्यादा स्वस्थ्य और बलशाली रहता है !
एक शोध से पता चला है की जो लोग 04 से 05 के बीच उठ जाते है उन्हें ज्यादा फुर्तीला , आशा बादी और समृद्ध बताया गया है ! जल्दी सो कर जल्दी उठने वाले लोग सूरज की किरणों में एक्टिव रहते है जहा इनका दिन जल्दी सुरु हो जाता है जिससे वह दिन की शुरुआत पूरे ध्यान के साथ करते है !
सुबह जल्दी उठने दिमाग का वह हिस्सा जो प्लानिंग करता है और निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाता है और इक्छाशक्ति को बढ़ाता है वह हिस्सा सुबह के समय जाग्रत रहता है इक्छा शक्ति ही है जो हमें आगे बढ़ने में मदद करती है और हमें सफल बनती है !
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